लोगों की सच्चे और उदार मन से प्रशंसा करना
क्या आपका आत्म-सम्मान हार और जीत पर निर्भर करता है? इसे बदलें! खुद को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का तरीका जानें, आत्मा की शक्ति को पहचानें, और हर कर्म को खुशी से करें।
November 30, 2023
हम सभी ने अपने जीवन में साधु महात्माओं, माता-पिता, शिक्षक, परिवार के सदस्यों और मित्रों द्वारा दिए गए “आशीर्वाद की पावर” को अनुभव किया होगा। ब्लेसिंग माना – उनके द्वारा हमारे लिए सोचे गए शुद्ध विचार और हमारी खुशी, अच्छे स्वास्थ्य, मधुर संबंधों और सफलता के लिए बोले गए शब्द। ब्लेसिंग्स के वायब्रेशन हमारे मन पर प्रभाव डालते हैं जिससे हमारा भाग्य बदल जाता है। इसलिए अगर दूसरों द्वारा दी गई ब्लेसिंग्स हमारे जीवन में चमत्कार कर सकती हैं तो फिर क्यों ना हम स्वयं को ब्लेस करें?
बचपन से ही हम सभी ने गॉड ब्लेस यू, ऑल द बेस्ट, मे यू बी ब्लैस्ड जैसी शुभ कामनाओं को बार-बार सुना होगा, या ये भी हो सकता है कि हमने जीवन में अपने बड़ों, साधुओं और किसी सम्माननीय व्यक्ति द्वारा आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लंबी लंबी यात्राएं भी कीं होंगी। तो क्या हमने कभी स्वयं को आशीर्वाद देने के बारे में विचार किया है? हम सभी को अपने जीवन में आशीर्वाद/ दुआओं की जरूरत होती है और हम सभी इसकी शक्ति के भी अनुभवी हैं। लेकिन ये ब्लेसिंग अपने आप ही हमारे जीवन की परिस्थितियों में चमत्कार नहीं करती; सबसे पहले इनका असर हमारे मन पर पड़ता है और फिर ये हमारे मन को हाई वायब्रेशनल फ्रीक्वेंसी से भरकर उसे सशक्त बनाती हैं। अब यह सशक्त मन जब कर्म करता है तो वही ब्लेसिंग हमारी सच्चाई बन जाती हैं। परंतु हम में से कई लोग इस बात से परिचित ही नहीं हैं- कि हमारे पास सिर्फ स्वयं को ही नहीं बल्कि अपने साथ-साथ दूसरों को भी ब्लेस करने की शक्ति है। हमारा प्रत्येक थॉट और बोल; स्वयं हमारे लिए एक ब्लैसिंग या उसके विपरीत कार्य कर सकता है। लो एनर्जी थॉट्स और चिंता, डर, असफलता व संदेह भरे शब्द हमारे स्वयं के लिए ब्लैसिंग के विपरीत एनर्जी रेडिएट कर हमारी सफलता में बाधा बन जाते हैं। तो आइए हम सभी अपनी शब्दावली को “आशीर्वाद और दुआओं” से भरी शब्दावली में बदलें। अपने स्वयं के साथ और किसी दूसरे के साथ किए जाने वाले कम्यूनिकेशन में कोई भी लो वायब्रेशन वाले थॉट्स और शब्दों का प्रयोग न करके सिर्फ दुआएं दें। स्वयं को याद दिलाएं – मैं स्वयं को आशीर्वाद देता हूं। मैं जो चाहता हूं वही एनर्जी रेडिएट करता हूं। मैं जो हूं और जो करता हूं उसके लिए मेरे थॉट्स और शब्द आशीर्वाद हैं।
स्वयं को आशीर्वाद देने के लिए, इन एफरमेशन को दिन में कुछ बार दोहराएं, स्वीकार करें और सेलिब्रेट करें कि; आप क्या हैं और क्या बन रहे हैं। धीरे-धीरे आप और भी ज्यादा सेल्फ रिलाएंट और कॉन्फिडेंट हो जायेंगे। आपकी स्वयं प्रति ब्लेसिंग; आपके अंदर की नेगेटीविटी को समाप्त करने के साथ-साथ आपके आस-पास की नेगेटिव एनर्जी से आपकी रक्षा भी करेगी। स्वयं को रिमाइंड कराएं- कि, मैं हर दिन अपनी स्पिरिचुअल प्रैक्टिस में स्वयं को आशीर्वाद देता हूं। जितना-जितना मैं स्वयं को आशीर्वाद देता हूं उतना- उतना मैं उन सभी चीजों को आकर्षित करता हूं जो मैं अपने जीवन में चाहता हूं।
क्या आपका आत्म-सम्मान हार और जीत पर निर्भर करता है? इसे बदलें! खुद को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का तरीका जानें, आत्मा की शक्ति को पहचानें, और हर कर्म को खुशी से करें।
क्या आपका आत्म-सम्मान हार और जीत पर निर्भर करता है? इसे बदलें! खुद को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का तरीका जानें, आत्मा की शक्ति को पहचानें, और हर कर्म को खुशी से करें।
क्या आपका आत्म-सम्मान हार और जीत पर निर्भर करता है? इसे बदलें! खुद को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का तरीका जानें, आत्मा की शक्ति को पहचानें, और हर कर्म को खुशी से करें।
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।