खोया हुआ स्वर्ग पुनः प्राप्त करना (भाग 1)

May 17, 2024

खोया हुआ स्वर्ग पुनः प्राप्त करना (भाग 1)

हम सभी एक ऐसे संसार में रहते हैं जो अलग-अलग देशों और धर्मों को मानने वाले लोगों से भरपूर है। हम सभी अपने लिए एक ऐसे अस्तित्व की इच्छा रखते हैं, जो बहुत सुंदर हो और जहां कोई भी दुख व अशांति न हो। हम सभी एक साथ एकजुट होकर रहना चाहते हैं और एक दूसरे के साथ शांति और खुशियां साझा करना चाहते हैं। साथ ही, हम सभी एक साथ, एक बड़े परिवार की तरह रहना चाहते हैं, जहां लोगों के बीच कोई मतभेद न हो और सभी एक-दूसरे से प्यार करते हों, सम्मान देते हों। विश्व इतिहास के अनुसार, अतीत में भी बहुत सारे विश्व नेताओं ने शांति, प्यार और आनंद की दुनिया बनाने का भरसक प्रयास किया है।

 

इसलिए, एक बात तो निश्चित है कि, शांति और प्यार की इच्छा हर एक के दिल में है। सबसे महत्वपूर्ण बात कि, परमपिता परमात्मा इस पूरे विश्व के आध्यात्मिक पिता हैं, जो अपने हर बच्चे को सदा खुश और किसी भी प्रकार के दुख या कठिन परिस्थितियों के दबाब से मुक्त देखना चाहते हैं। लेकिन ये भी सच है कि, भिन्न-भिन्न प्रकार की हिंसा, प्राकृतिक आपदाएं, अत्यधिक जनसंख्या, विश्व संसाधनों की कमी, विचारों में मतभेद और आपसी हितों में टकराव जैसे कुछ फैक्टर्स भी हैं, जो ऐसा होने से रोकते हैं। आजकल विश्व के कुछ हिस्सों में युद्ध भी हो रहे हैं। इसके साथ ही, लोगों के स्वभाव में गुस्सा, अहंकार, लालच, ईर्ष्या और नफ़रत जैसी नेगेटिविटी बहुत सारे लोगों के व्यक्तित्व का हिस्सा बन गई है जो इस उद्धेश्य को पूरा नहीं होने दे रही हैं। है। तो हमें ऐसा क्या करना होगा कि, जो हम चाहते हैं उसे पूरा कर सकें। हमारा ये सपना किसी आध्यात्मिक शक्ति के बिना पूरा नहीं हो सकता है और सिर्फ एक वही शक्ति के सागर; परमपिता परमात्मा हैं जो इस संसार और संसार के लोगों को ये आध्यात्मिक शक्ति दे सकते हैं। उन्हें “वर्ल्ड ऑलमाइटी अथॉरिटी” या सर्वशक्तिमान कहा जाता है। यहां हम बात कर रहे हैं एक आध्यात्मिक शक्ति की नाकि किसी भौतिक शक्ति की। भौतिक शक्ति से इस सुंदर उद्धेश्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता और ऐसा हम सभी ने अपने अतीत में होते हुए भी देखा है।

(कल भी जारी रहेगा)

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सफलता के खूबसूरत पहलू – जानिए कैसे सिर्फ बाहरी उपलब्धियों से नहीं, बल्कि अंदरूनी शांति, संतोष और संपूर्णता से मिलती है असली सफलता। बाहरी और अंदरूनी सफलता के बीच सही संतुलन बनाकर जीवन में स्थायी खुशी और स्वास्थ्य पाएं।

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