आशीर्वाद/ दुआओं की सकारात्मक ऊर्जा (भाग 5)

आशीर्वाद/ दुआओं की सकारात्मक ऊर्जा (भाग 5)

हमारे वाईब्रेशन हमारी दुनिया बदल सकते हैं

आशीर्वाद एक हाई एनर्जी वाली शुद्ध शक्ति और वाईब्रेशन हैं जिन्हें हम विचारों और शब्दों के रूप में क्रिएट करते हैं। साथ ही यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि, हमारे द्वारा दिये गये आशीर्वाद; एक व्यक्ति, कुछ लोगों का समूह, पूरे देश के लिए या फिर पूरे ब्रह्मांड के लिए भी हो सकते हैं और यह एनर्जी निश्चित रूप से उन तक पहुंचती है, और साथ ही यह विश्व के कोने-कोने तक भी पहुंच सकती है। आज हमारी इस दुनिया को शांति, प्रेम, करुणा और खुशी के आशीर्वाद की जरूरत है। हममें से प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने हिसाब से अपना योगदान देकर एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। इसी आधार पर, यदि हम दूसरों को आशीर्वाद की एक फोकस्ड एनर्जी भेजें, तो निश्चित रूप से हम दुनिया के वाईब्रेशन को बदल सकते हैं। आशीर्वाद की एनर्जी भेजने के लिए प्रतिदिन हम कुछ मिनट मौन में बैठना होगा। और इन मिनटों के दौरान हमें शुद्ध और शक्तिशाली विचार क्रिएट करके उन्हें रिअलिटी में देखना होगा। नीचे शेअर करे गये; कुछ विचारों के द्वारा हम इस दुनिया को सकारात्मक रूप से ठीक कर सकते हैं और बदल सकते हैं –

  1. परमात्मा शान्ति का सागर है। मैं आत्मा शांति स्वरूप हूं। मैं परमात्मा से क्नेकट होकर उनसे शांति की किरणें ग्रहण करता हूं। मैं इस विश्व ग्लोब पर, दुनिया की हर आत्मा के लिए शांति के वाईब्रेशन फैलाता हूं। मैं अनुभव करता हूं कि, विश्व की हर एक आत्मा को परमात्मा की शांति के वाइब्रेशन प्राप्त हो रहे हैं। हर मनुष्य नेचुरल तौर पर शांति से अपना जीवन जीना चाहते हैं। मैं उन सभी स्थानों को जहां पर हिंसा और युद्ध का माहौल है, उन्हें परमातम प्रेम और शांति के ऑरा के अंदर महसूस करता हूं। इस तरह से विश्व में शांति के वाइब्रेशन फैलने लगेंगे।
  2. परमात्मा पवित्रता का सागर है। मैं एक पवित्र आत्मा हूं। प्रकृति के सभी पांच तत्वों – पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश में परमात्मा की पवित्रता फैली हुई है। ये सभी तत्व परमातम एनर्जी से शुद्ध हो चुके हैं। प्रकृति का मानवता के साथ सामंजस्य का भाव है। सभी आत्माएं प्रकृति का सम्मान करती हैं। बदले में प्रकृति हर किसी को खुशी, संपन्नता और स्वास्थ्य प्रदान करती है।
  3. परमात्मा शक्तियों का सागर है। मैं एक शक्तिशाली आत्मा हूं। पृथ्वी ग्रह का हर प्राणी परमात्मा की शक्तियों से भरपूर है, ये परमातम एनर्जी सभी आत्माओं को सशक्त बनाती है। प्रत्येक आत्मा अपने शरीर की हर एक कोशिका (सेल) में शुद्ध और शक्तिशाली एनर्जी रेडीएट करती है। हर एक प्राणी का भौतिक शरीर स्वस्थ है। संपूर्ण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सभी के लिए स्वाभाविक है।

(कल भी जारी रहेगा…)

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