गणेश चतुर्थी की दिव्यता और आध्यात्मिकता (भाग 2)
श्री गणेश का बड़ा पेट, धारण करने की शक्ति का प्रतीक है। हमें दूसरों के सामने लोगों की कमजोरियों या गलतियों की चर्चा नहीं करनी
November 12, 2023
दीपावली पर आध्यात्मिक संदेश 12 नवंबर
(जारी)
दिया वा दीपक जलाने के साथ साथ अपने अंदर आध्यात्मिक ज्ञान का भी दीपक जलाएं। यह दीपक हमें शांति, प्रेम और आनंद से भरकर इन्हें पूरी दुनिया में रेडीएट करने में मदद करेगा।
पटाखे फोड़ने के साथ साथ, अपने पास्ट की चोट को भी खत्म करें। जैसे एक लौ वा फ्लेम पटाखों की पूरी लड़ी को जला सकती है, वैसे ही एक थॉट कि, पास्ट अब बीत चुका है, हमारे सभी पुराने बैगज को खत्म कर देगा।
आइए इस दीपावली मिठाईयों की लेन देन करने के साथ साथ मीठे बोल, शुभकामनाओं और दुआओं का भी आदान-प्रदान करें।
इन्हीं नई सोच के साथ जब हम सच्चे अर्थों में दिवाली मनाएंगे, तब हम अपने अंदर देवी लक्ष्मी की दिव्यता का आह्वान कर सकेंगे।
दिवाली मनाने के साथ साथ भारतवर्ष में इस पर्व को नए साल के रूप में भी मनाते हैं। तो जब हम सच्चे अर्थों में दिवाली को अपने जीवन में लाते हैं तो हम एक नए जीवन के साथ एक नई दुनिया भी बना सकेंगे, जहां पर –
*शांति हमारा धर्म होगा
*प्रेम हमारी भाषा होगी
*करुणा वा रहम हमारे रिश्तों की नींव होगा
*सत्यता वा सच्चाई हमारे कर्मों में होगी और
*खुशियां हमारे जीवन जीने का तरीका होंगी।
तो स्वर्ग, वैकुण्ठ, सतयुग…का हमारा यह सपना जल्द ही हकीकत बनने वाला है। यह एक दिव्य रिएलिटी है जो परमात्मा द्वारा क्रिएट की जा रही है। हम सभी तो सिर्फ अपनी दिव्यता से उनकी मदद कर रहे हैं।
श्री गणेश का बड़ा पेट, धारण करने की शक्ति का प्रतीक है। हमें दूसरों के सामने लोगों की कमजोरियों या गलतियों की चर्चा नहीं करनी
इस वर्ष गणेश चतुर्थी 7 सितंबर से 17 सितंबर तक मनाई जाएगी। आइये, हम श्री गणेश के जन्म का वास्तविक अर्थ समझते हैं। पौराणिक कथा
सुप्रभात, शुभरात्रि, शुभकामनाएँ… कभी-कभी बिना किसी भावना के, अभिवादन शब्द मात्र बनकर रह जाते हैं। हमें हर एक को दिल से शुभकामनाएँ देनी चाहिएं, भले
अपने दिन को बेहतर और तनाव मुक्त बनाने के लिए धारण करें सकारात्मक विचारों की अपनी दैनिक खुराक, सुंदर विचार और आत्म शक्ति का जवाब है आत्मा सशक्तिकरण ।
ज्वाइन पर क्लिक करने के बाद, आपको नियमित मेसेजिस प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप कम्युनिटी में शामिल किया जाएगा। कम्युनिटी के नियम के तहत किसी भी सदस्य को कम्युनिटी में शामिल हुए किसी अन्य सदस्य के बारे में पता नहीं चलेगा।