अपनी दृष्टि को निष्पक्ष और आध्यात्मिक बनाएं

July 20, 2024

अपनी दृष्टि को निष्पक्ष और आध्यात्मिक बनाएं

आईये, अपने वास्तविक गुण – सम्मान और विनम्रता के माध्यम से लोगों से जुड़ें। आपके गुण आपके अपने हैं, उन्हें हर किसी के साथ, हर स्थिति में और हर समय उपयोग करें। यदि आप एक व्यक्ति के साथ विनम्र हैं और दूसरे के साथ अहंकारी या यदि आपका व्यवहार दूसरों के व्यवहार के अनुसार बदलता है, तो आपका व्यक्तित्व कहीं खो जाता है। भले ही आपके आसपास कोई सही न भी हो, फिर भी आप अपने गुणों से भटके नहीं। हमारी बायसनेस (पूर्वाग्रह), हमारी मान्यताओं और वास्तविकताओं के बीच बाधाएं पैदा कर सकती है। कभी-कभी हम यह नहीं समझा सकते कि, हम एक व्यक्ति को दूसरे से अधिक क्यों पसंद करते हैं या किसी स्थान को नापसंद क्यों करते हैं या किसी उत्पाद ब्रांड को अस्वीकार क्यों करते हैं। क्योंकि जितना अधिक हम बायसनेस रखते हैं, उतना ही अधिक अनरीज्नेबल होते जाते हैं। आइये इसके बारे में जानें: 

 

  1. आपकी उपस्थिति, स्थिति, संस्कृति, राष्ट्रीयता, धर्म – यह सब आपने हासिल किए हैं, यह आपके वास्तविक स्वरूप नहीं है। इसलिए लोगों से, भूमिका या सिचुएशन के अनुसार न जुड़ें। क्योंकि यह श्रेष्ठता या हीनता के थॉट पैदा करते हैं जिससे हम बायसेड् हो जाते हैं। 

 

  1. यदि आपका मन किसी के लिए या किसी चीज के लिए सही नहीं सोच पा रहा है, तो जांचें कि, क्या आप सामाजिक धारणाओं या पब्लिक अप्रूवल् के कारण बायसेड् तो नहीं हैं? अपने बिलिफ् सिस्टम को सही करें और अपनी राय को बदलें।

 

  1. स्वयं को याद दिलाएं कि, आप एक शुद्ध आत्मा हैं, जो दूसरी शुद्ध आत्मा के साथ बात कर रही है। शिष्टाचार निभाएं और भूमिकाओं के अनुसार सामाजिक नियमों का पालन भी करें। लेकिन याद रहे कि, सम्मान हर एक आत्मा के लिए है, इसलिए यह लोगों की भूमिकाओं, धारणाओं, राष्ट्रीयता या किसी अन्य फेक्टर् के अनुसार बदलना नहीं चाहिए।

 

  1. लोगों के साथ स्वच्छ मन से मिलें, उनके बारे में अपनी पिछली सभी रायों को मिटा दें। उन्हें एक नई सोच और नए व्यवहार के साथ देखें।

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