किसी से भी मिलते हुए याद रखें कि वे पवित्र हैं

December 27, 2023

किसी से भी मिलते हुए याद रखें कि वे पवित्र हैं

हम सभी किसी के साथ भी बातचीत करने से पहले, अपने मन में सोचते हैं कि हमारी मुलाकात कैसी होगी। अगर हम किसी अजनबी से मिलने वाले हों तो हमें जिज्ञासा के साथ थोड़ा सा तनाव भी होता है और यदि हम किसी ऐसे व्यक्ति से मिलने वाले हैं जिन्हें हम पहले से जानते हैं, तो उनके साथ के पिछले अनुभव हमारे मन में छपे होते हैं। इसके चलते हमारी बातचीत के दौरान हमारे वायब्रेशन, हमारे बोल और हमारा व्यवहार हमारी उस पुरानी सोच पर आधारित होता है। 

जब आप किसी ऐसे व्यक्ति से बातचीत करते हैं जिसे आप जानते हैं, तो क्या आप उस व्यक्ति को उनके पहले के विचारों के आधार पर जज करते हैं? और यदि वह पहले वाली धारणा, जो कुछ दिन या वर्षों पुरानी हो सकती है, नेगेटिव है, तो क्या आप अब उनसे दोबारा मिलने से कतराते हैं? या फिर क्या आप हर बार एक नए और खुले मन से लोगों से मिलते हैं? हमारी लोगों से बातचीत के दौरान, लोग हमारी एक्सपेक्टेशन के अनुरूप बात या व्यवहार नहीं कर सकते। ये हमारे नियंत्रण में नहीं है, लेकिन उनके बारे में हमारी राय, हमेशा हमारी चॉइस होती है। इसलिए लोगों के बारे में क्लीन और क्लियर दृष्टिकोण रखने से अगली बार उनसे मिलने पर, प्योर वायब्रेशन रेडिएट होंगे और आपके बीच बातचीत बहुत सुखद होगी। जरूरी है कि, जब भी हम किसी से मिलें तो हमें साफ मन से और इस थॉट के साथ मिलना चाहिए – मैं एक पवित्र प्राणी हूं, दूसरे पवित्र प्राणी से मिल रहा हूं। ऐसा थॉट अतीत के किसी भी अप्रिय वा कड़वे अनुभव को मिटा देता है। वरना कड़वाहट हमारी अगली मुलाकात तक बरकरार रहती है। अतीत के उन अनुभवों को अपने वर्तमान का हिस्सा न बनने दें और साथ ही भविष्य की बातचीत को भी प्रभावित न होने दें। साफ मन के साथ लोगों से मिलें और अपनी मुलाकात को दुआएं दें। साथ ही स्वयं को याद दिलाएं – अगर किसी के साथ कोई अप्रिय बात हो गई है, तो मैं उनसे दोबारा मिलने से पहले, अपने पिछले अनुभव को अपने मन से हटा देता हूं।

अपने मन को साफ रखकर और लोगों से बातचीत करते समय हाईएस्ट वायब्रेशन वाले थॉट क्रिएट करने से आप सम्मान की एनर्जी रेडिएट करते हैं। इस एफरमेशन को याद रखें- मैं हर एक व्यक्ति को शुद्ध और सुंदर मानकर उनसे मिलता हूं। यह हमें एक-दूसरे की संगति में सहज बनाता है। इसके अलावा, यह हमें और हमारी बातचीत को भी ऊर्जावान बनाता है।

नज़दीकी राजयोग सेवाकेंद्र का पता पाने के लिए

20th jan 2025 soul sustenence hindi

आपकी इच्छाशक्ति आपकी सबसे बड़ी ताकत है

क्या आपका आत्म-सम्मान हार और जीत पर निर्भर करता है? इसे बदलें! खुद को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का तरीका जानें, आत्मा की शक्ति को पहचानें, और हर कर्म को खुशी से करें।

Read More »
19th jan 2025 soul sustenence hindi

लोगों की आलोचनाओं पर ध्यान न दें

क्या आपका आत्म-सम्मान हार और जीत पर निर्भर करता है? इसे बदलें! खुद को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का तरीका जानें, आत्मा की शक्ति को पहचानें, और हर कर्म को खुशी से करें।

Read More »
18th jan 2025 soul sustenence hindi

ब्रह्माकुमारीज का 7 दिवसीय कोर्स (भाग 6)

क्या आपका आत्म-सम्मान हार और जीत पर निर्भर करता है? इसे बदलें! खुद को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का तरीका जानें, आत्मा की शक्ति को पहचानें, और हर कर्म को खुशी से करें।

Read More »