शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य
शिव कौन हैं? शिव के लिए लिंग या ‘ज्योतिर्लिंग’ शब्द का प्रयोग क्यों किया जाता है? शिव के साथ रात्रि का क्या सम्बन्ध है ? कृष्ण के साथ अष्टमी और राम के साथ नवमी तिथि
शिव कौन हैं? शिव के लिए लिंग या ‘ज्योतिर्लिंग’ शब्द का प्रयोग क्यों किया जाता है? शिव के साथ रात्रि का क्या सम्बन्ध है ? कृष्ण के साथ अष्टमी और राम के साथ नवमी तिथि
भारत ही स्वर्ग……भारत ही नर्क आज आप सबको हमारे भारत की एक अनोखी व अनसुनी कहानी बताने जा रहे है, जो आपने कभी सुनी नहीं होगी। हम सब जानते है कि भारत देश सब देशों
Let’s Recognize God’s Presence And Take His Inheritance Spiritual Message on Maha Shivratri – February 18th God is our Spiritual Father eternally and we are a spiritual being, a soul and His child eternally. Also,
शिव जयन्ती एक सार्वभौमिक उत्सव इसे विडम्बना ही कहेंगे कि जिस सर्वशक्तिमान परमात्मा को लोग अपने विचारों और भावनाओं में याद करते हैं उसे यथार्थ रूप से जानते ही नहीं हैं। सृष्टि के नियन्ता परमात्मा
शिव और शिवरात्रि भारत के लोग शिव को ‘मुक्तेश्वर’ और ‘पापकटेश्वर’ मानते हैं। उनकी यह मान्यता है कि शिव ‘आशुतोष’ हैं अर्थात् जल्दी और सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले हैं तथा अवढर दानी भी
शिवरात्रि अथवा परमात्मा का दिव्य – जन्म शिव अर्थात् कल्याणकारी नाम परमात्मा का इसलिए है क्योंकि यह धर्मग्लानि के समय, जब सभी मनुष्यात्माएं पांच विकारों के कारण दुःखी, अशान्त, पतित एवं भ्रष्टाचारी बन जाती हैं
परमात्मा का कर्तव्य एवं त्रिदेव की रचना कर्तव्य से ही किसी की महिमा अथवा महानता प्रकट होती है । परमपिता परमात्मा शिव सारी सृष्टि का पिता होने के कारण उसका दिव्य एवं कल्याणकारी कर्तव्य भी
शिवरात्रि का ईश्वरीय सन्देश परमात्मा शिव साकार मनुष्य प्रजापिता ब्रह्मा के तन का आधार लेकर नई सतयुगी दुनिया की स्थापना का दिव्य कर्म करा रहे हैं। अब परमात्मा शिव आदेश देते हैं – मेरे प्रिय
महाशिवरात्रि विकारों पर विजय पाने का यादगार पर्व है महाशिवरात्रि, कल्याणकारी परमपिता परमात्मा शिव के द्वारा इस धर्म भ्रष्ट, कर्म भ्रष्ट, अज्ञान, अंधकारपूर्ण समय पर दिव्य अवतरण लेकर, विकारों के पंजे से सर्व आत्माओं को
Shivratri Secrets Shivratri is here again. What better occasion to take a close look at the very interesting deeper aspects of this festival and of God Shiva, with whom it is associated. First of all,
Shiva – Establisher of Golden Dawn Significance of Role Of Shiva : Shivratri is the most important festival for the entire humanity because it signifies the incarnation of the incorporeal God Shiva for re-establishing heaven
Memory of The Divine Incarnation of the Incorporeal God Shiva Shivratri is celebrated in memory of the divine incarnation of the Incorporeal God Shiva. The word ‘Shivratri’ literally means the night of Shiva. Why is
The Spiritual Significance of Shivratri The festival of Mahashivratri is celebrated every year in India. On this day, devotees visit Shiva temples to offer leaves of bel upon the Shivalinga, observe fast and keep awake
In the series of festivals celebrated in Bharat, Shivratri or Shiv Jayanti is of paramount importance. We celebrate this festival as the commemoration of the incarnation of Supreme God Father Shiva. Shivratri is celebrated on
The celebrations of Maha Shivratri take place when the winter cold has departed, and the pleasant fragrance of flowers fill the air. Temple bells ring all around. They draw everyone’s attention towards the Greatest of
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